हमारे स्कूल का वार्षिकोत्सव
[ रूपरेखा : (1) प्रतिवर्ष होने वाला उत्सव (2) समय और तैयारी (3) खेल-कूद के कार्यक्रम (4) प्रदर्शनी का उद्घाटन व प्रतियोगिताएँ (5) अंतिम दिन-नाटक, वार्षिक रिपोर्ट, पुरस्कार वितरण (6) उपसंहार । ]
हमारे स्कूल में हर साल वार्षिकोत्सव मनाया जाता है। इसका आयोजन प्रायः जनवरी के पहले सप्ताह में होता है। इसकी तैयारियाँ दिसंबर के प्रारंभ से ही शुरू हो जाती हैं।
इस साल 4 से 6 जनवरी तक हमारे स्कूल का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। स्कूल की बिल्डिंग को बिजली के रंगबिरंगे लट्टुओं से सजाया गया था।।
खेल-कूद के शानदार कार्यक्रम से वार्षिकोत्सव का आरंभ हुआ। सबसे पहले छोटे बच्चों की प्रतियोगिताएँ हुई। बाद में बड़े बच्चों की प्रतियोगिताएँ शुरू हुई। इसमें सौ और दो सौ मीटर की दौड़ से प्रतियोगिता की शुरुआत हुई। ऊँची कूद, लंबी कूद और गोला फेंकने की प्रतियोगिताएँ भी बहुत रोचक रहीं। रस्साकशी की प्रतियोगिता में अध्यापकों ने भी भाग लिया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को जीत हुई। मुझे इन प्रतियोगिताओं में कुछ इनाम भी मिले।
दूसरे दिन हमारे शहर के महापौर ने स्कूल में आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में विज्ञान, भूगोल, गणित, इतिहास आदि विषयों को प्रमुखता दी गई थी। प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मॉडल, चार्ट, चित्र और विभिन्न कलाकृतियों के नमूने रखे गए थे। शाम को कविता पाठ, भाषण प्रतियोगिता तथा अंत्याक्षरी आदि कार्यक्रम रखे गए थे। सभी कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह से भाग लिया।
तीसरे और अंतिम दिन विद्यार्थियों ने 'सम्राट अशोक' नामक नाटिका प्रस्तुत की। सम्राट अशोक का अभिनय करने वाले कलाकार ने दर्शकों पर अच्छा प्रभाव डाला। इसके बाद स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी गई। महात्मा गांधी कालेज के प्राचार्य जोशी जी के हाथों विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। उन्होंने विद्यार्थियों को अध्ययन, अनुशासन और देश-प्रेम का महत्त्व समझाया। अंत में आभार प्रदर्शन और जलपान के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ। सचमुच, इस साल के वार्षिकोत्सव ने हमारे विद्यालय की प्रतिष्ठा में चार चाँद लगा दिए।
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